दक्षिण भारत से सम्बंधित प्रश्न और उसके उत्तर
- चोल शासकों के समय में बनी हुई प्रतिमाओं में सबसे अधिक विख्यात प्रतिमाएं है- नटराज शिव की कांस्य प्रतिमाएं
- तंजौर का वृहदेश्वर/राजराजेश्वर मंदिर किस देवता को समर्पित है- शिव को
- ‘विचित्र चित्त’ ‘मत्त विलास प्रहसन’ का लेखक कौन पल्लव शासक था- महेन्द्रवर्मन द्वितीय
- चोलो द्वारा किसके साथ घनिष्ठ राजनीतिक तथा वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित किये गये- वेगी के चालुक्यों के साथ
- किस चालुक्य शासक ने चेर, चोल व पांड्य को हराया, जिस कारण उसे तीनो समुद्रो(बंगाल की खाडी,हिंद महासागर, अरब सागर) का स्वामी’ भी कहा गया- विक्रमादित्य प्रथम
- चोल का राज्य किस क्षेत्र में फैला हुआ था- कोरोमण्डल तट, दक्कन के कुछ भाग
- चोल प्रशासन की प्रमुख विशेषता थी- ग्राम प्रशासन की स्वासत्ता
- वेनिस यात्री मार्को पोलो(1288-1293) के पाण्ड्य राज्य के भ्रमण के समय वहां का शासक था- माउवर्मन कुलशेखर
- गोपुरम (मुख्य द्वार) के प्रारंभिक निर्माण का स्वरुप सर्वप्रथम किस मंदिर में मिलता है- कांची के कैलाशनाथ मंदिर में
- दक्षिणी भारत का ‘तक्कोलम का युध्द’ हुआ था- चोल एवं राष्ट्रकूटो के मध्य
- पेरुन्दरम कहा जाता था- उच्च श्रेणी के अधिकारी वर्ग को
- किस चालुक्य शासक ने थानेश्वर व कन्नौज के महान शासक हर्षवर्धन को नर्मदा के तट पर परास्त किया और उसे दक्षिण की ओर बढने से रोका- पुलकेशिन द्वितीय
- चोल काल मे निर्मीत नटराज की कांस्य प्रतिमाओं मे देवाकृति है- राष्ट्रकूट
- राष्ट्रकूट काल मे राष्ट्र (प्रांत) का प्रधान कहलाता था- राष्ट्रपति
- विरुपाक्ष मंदिर का निर्माण किसने किया था- चालुक्य ने
- चोल काल में कडिमै का अर्थ था- भूराजस्व/लगान
- चोल काल में नौसेना का सर्वाधिक विकास किसके समय में हुआ- राजेन्द्र प्रथम के समय मे
- वह प्रथम भारतीय शासक जिसने अरब सागर मे भारतीय नौसेना की सर्वोच्चता स्थापित की- राजराजा प्रथम
- राजेन्द्र चोल द्वारा किये गये बंगाल अभियान के समय बंगाल का शासक कौन था- महिपाल द्वितीय
- ‘महाबलिपुरम’नगर कला मे किन शासको की रुचि को दर्शाता है- पल्लवों की
- चोल राजाओं ने किस धर्म को संरक्षण प्रदान किया- शैव धर्म
- एलोरा के प्रसिध्द कैलाश मंदिर का निर्माण कराया था- कृष्ण प्रथम ने
- होयसल की राजधानी का नाम क्या है- द्वार समुद्र
- किस राष्ट्रकुट शासक ने रामेश्वर मे विजय स्तंभ एवं देवालय के एकाश्मीय रथ (रथ मन्दिर) मिलने का स्थान है- महाबलिपुरम
- पांड्य साम्राज्य की राजधानी थी- मदुरै
- चोल काल में सोने के सिक्के कहलाते थें- कुलंजु
- चोल काल राज्य की स्वामित्व वाली भूमि कहलाती थी- प्रभुमान्यम
- मुंबई से 6 मील दूर धारापुरी/ धरानगरी में किसकी गुफाए है- एलीफैटा की
- चालुक्य वंश का सर्वाधिक प्रसिध्द शासक था- पुलकेशिन द्वितीय
- एलोरा मे गुफाओं व शैलकृत मंदिरो का सम्बन्ध किस वग्र से है- हिंदुओं, बौध्दो एवं जैनो से
- चोल साम्राज्य के सास्थापक थें- विजयालय
- कौन सा शहर चाल राजाओं की राजधानी था- तंजौर
- श्रीलंका पर विजय प्राप्त करने वाला चोल वंश का सबसे प्रतापी राजा था- राजेन्द्र प्रथम
- यादव सम्राटों की राजधानी थी- देवगिरि में
- रावण की खाई, दशावतार, कैलाश गुफा मंदिर आदि मिलतें है- एलोरा में
- राष्ट्रकूट साम्राज्य का संस्थापक कौन था- दन्तिदुर्ग
- चालुक्य विक्रम संवत का प्रचलन किसने किया- विक्रमादित्य
- विक्रमांकदेवचरित के रचयिता विल्हण एवं मिताक्षरा के रचनाकार विज्ञानेश्वर के संरक्षक शासक थें- विक्रमादित्य
- मिताक्षरा की विषयवस्तु थी- हिन्दू पारिवारिक विधि संहिता
- चालुक्यों और पल्लवों के बीच लम्बे समय तक चलने वाले संघर्ष का आरंभ किसने किया- पुलकेशिन द्वितीय ने
- तीन मुख वाली ब्रम्हा, विष्णु व महेश की मूर्ति, जो त्रिमूर्ति के नाम से जानी जाती है, किस गुफा में है- एलीफैटा
- क्षत्रिय-शिखामणि उपाधि किन्हे दी जाती थी- युध्द में विशेष पराक्रम दिखाने वाले योध्दा को
- ऐहोल का लाढ खां मंदिर किस देवता को समर्पित है- सूर्य भगवान को
- चोल राज्य की राजधानी तंजौर को बनाने वाला था- विजयालय
- चोल शासन से संबंधित अभिलेख् में किन भाषाओं के उपयोग का पता चला है- संस्कृत, तमिल और कन्नड
- पल्लवों की राजभाषा थी- संस्कृत
- चोल काल मे किसने हिरण्यगर्भ नामक तयोहार का आयोजन किया था- लोकमहादेवी ने
- चीन में व्यापारिक दूत भेजने वाले चोल सम्राट थें- राजराजा प्रथम
- बादामी के दूर्ग का निर्माण करवाने तथा बादामी को राजधानी बनाने का श्रेय किस चालुक्य शासक को है- पुलकेशिन प्रथम को
- चोल साम्राज्य में प्रशासन की सबसे छोटी इकाई कहलाती थी- ग्राम-सभा
- मंदिर स्थापत्य कला की द्रविड शैली का आरंभ किस राजवंश के समय में हुआ- पल्लव राजवंश के समय में
Viewed 4968 Times
Post On 2021-01-23