लोकसभा, राज्यसभा सर्वोच्च न्यायालय की सर्वोच्चता, संघ लोक सेवा आयोग इत्यादि इसे एक संघीय ढांचे का रूप देते हैं तो राज्यों के मंत्रीमंडल, स्थानीय निकायों की स्वायत्ता इत्यादि
ब्रह्मांण्ड एक ऐसी जगह है जहां सब कुछ है। ब्रह्माण्ड इतना विशाल है कि आप इसके आकार का अनुमान नही लगा सकते। मान लीजिए कि आप ने अनुमान लगा भी लिया कि ब्रह्माण्ड इतना बड़ा है।
सूर्य हमारे Solar System का एक अहम हिस्सा है. हमारे Solar System का ये इकलौता Star है. सूर्य हमारे Solar System में अरबों सालों से मौजूद है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सूर्य से बारे में ये Interesting Facts जब तक आपने ये Sentence पढ़ा है
पृथ्वी Earth जिसे विश्व (The World) भी कहा जाता है, सूर्य से तीसरा ग्रह और ज्ञात ब्रह्माण्ड में एकमात्र ग्रह है जहाँ जीवन उपस्थित है। यह सौर मंडल में सबसे घना और चार स्थलीय ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह है।
पढ़ें पाल वंश का इतिहास, उनके शासक और पाल वंश से जुड़े अभिलेखों के बारे में और जाने पाल राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। पाल वंश के संस्थापक गोपाल प्रथम
खाड़ी युद्ध के कारण एवं परिणाम – प्रथम एवं द्वितीय खाड़ी युद्ध
खानवा युद्ध के कारण और परिणाम, खानवा का युद्ध कब हुआ और किसके बीच हुआ ? , खानवा का युद्ध किस नदी के किनारे हुआ
प्लासी का युद्ध 23 जून, 1757 ई. को अंग्रेजों और बंगाल के तत्कालीन नवाब सिराजुद्दौला के मध्य प्लासी नामक स्थान पर हुआ था।
भारत के गवर्नर जनरल एवं उनके कार्य
कर्नाटक का युद्ध – कर्नाटक का युद्ध अंग्रेजों तथा फ्रांसीसियों के मध्य व्यापार को लेकर हुए संघर्ष थे। अंग्रेजों और फ्रांसीसियों के बीच तीन कर्नाटक
आंग्ल-सिख युद्ध: अंग्रेजों एवं सिखों के मध्य हुए दो युद्धों को आंग्ल-सिख युद्ध के रूप में सम्बोधित किया जाता है। ये युद्ध वर्ष 1845-1849 के मध्य लड़े गए थे।
बक्सर का युद्ध:- बक्सर का युद्ध 22 अक्टूबर, 1764 ई. में बंगाल के नवाब मीरकासिम और अंग्रेजों के बीच हुआ था। बक्सर के युद्ध में बंगाल के नवाब मीरकासिम, अवध
आंग्ल-मैसूर युद्ध: मैसूर राज्य तथा अंग्रेजों के मध्य हुए संघर्ष को आंग्ल-मैसूर युद्ध के नाम से जाना जाता है। 1767-1799 के बीच कुल 4 युद्ध लड़े गए
आंग्ल-मराठा युद्ध: भारत के इतिहास में तीन आंग्ल-मराठा युद्ध हुए हैं। प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध (1775-1782), द्वितीय आंग्ल-मराठा युद्ध (1803-1806) और तृतीय आंग्ल-मराठा
खिलजी द्वारा सत्ता स्थापित करने को क्रांति कहा जाता है। हलांकि इतिहासकारों में इस बात को लेकर मतभेद है कि खिलजी तुर्क थे या नही।
पढ़ें पुष्यभूति वंश का इतिहास, उनके शासक और पुष्यभूति वंश से जुड़े अभिलेखों के बारे में और जाने पुष्यभूति राजवंश के महत्वपूर्ण तथ्य। बाणभट्ट के पौराणिक