भक्ति आन्दोलन से सम्बंधित प्रश्न और उसके उत्तर
- भक्ति रस कवयित्री मीराबाई थी- एक राजपूत शासक की पत्नी
- गुरु नानक का धर्म उपदेश है- मानव बंधुत्व का
- ‘पदावली’ के रचनाकार है- विद्यापति
- ‘बीजक’ के रचनाकार है- कबीरदास
- ‘सूरसागर’ के रचनाकार है- सूरदास
- रामचरितमानस लिखा- तुलसीदास ने
- नामदेव किस राजय से संबंधित थे- महाराष्ट्र से
- चैतन्य महाप्रभु किस राजय से संबंधित थे- बंगाल से
- मीराबाई किस राजय से संबंधित थी- राजस्थान से
- मीराबाई के पति का नाम क्या है- राजकुमार भोजराज
- बुध्द और मीराबाई के जीवन दर्शन में मुख्य सामय था- संसार दुखपूर्ण है
- ‘ब्रह्म सत्य है और जगत मिथ्या (भ्रम या माया) है यह उक्ति है- शंकराचार्य की
- महाराष्ट्र में भक्ति सम्प्रदाय किसकी शिक्षाओं द्वारा फैला था- संत ज्ञानेश्वर की
- किस संत ने ईश्वर को अपने पास अनुभव करने के लिए नृतय एवं गीतों (कीर्तन) को माध्यम बनाया- चैतन्य महाप्रभु
- भक्ति आन्दोलन के प्रारंभिक प्रतिपादक थे- रामानुज आचार्य
- कबीर के गुरु थे- रामानन्द
- संत कबीर का जन्म हुआ था- मगहर/वाराणसी
- पंजाब में भक्ति आंदोलन के अग्रदूत थे- नानक
- भक्ति आंदोलन को दक्षिण भारत से लाकर उत्तर भारत तक प्रचारित करने का श्रेय दिया जाता है- रामानन्द को
- 13वीं शताब्दी के द्वैतवाद मत के संस्थापक है- मध्वाचार्य
- भक्ति को दार्शनिक आधार प्रदान वाले प्रथम आचार्य थे- शंकरदेव
- शंकराचार्य का जन्म 788ई. में केरल के किस गांव में हुआ- कलाडि/कलादि
- भक्ति आंदोलन का प्रारंभ किया गया- आलवार-नयनार संतों द्वारा
- रामानुज के अनुयायियों को कहा जाता है- वैष्णव
- चैतन्य महाप्रभु किस सम्प्रदाय से जुडे थे- गौडीय सम्प्रदाय से
- पुष्टि मार्ग के दर्शन की स्थापना की- वल्लभाचार्य ने
- आदिशंकर, जो बाद में शंकराचार्य बने, का जन्म हुआ था- केरल में
- अद्वैतवाद के सिध्दांत के प्रतिपादक थे- शंकराचार्य
- गीत गोविन्द क रचयिता है- जयदेव
- रामानुजाचार्य को होयसल वंश के जैन धर्मावलम्बी शासक विट्टिग को वैष्णव धर्मावलम्बी बनाने में सफलता मिली। विट्टिग ने अपना नाम बदलकर क्या रखा- विष्णुवर्धन
- किसने भक्ति के क्षेत्र में शूद्रो को भगवत दर्शन व मोक्ष का अधिकार देकर उन्हें इस्लाम धर्म स्वीकार करने से रोका- रामानुजाचार्य
- चैतन्य महाप्रभु का जन्म स्थल है- नदिया/ नवदीप (बंगाल)
- उडीसा नरेश प्रतापरुद्र किस वैष्णव संत का शिष्य था- चैतन्य महाप्रभु
- दक्षिण भारत का वह संत जिसने अपना अधिकांश जीवन उत्तर भारत में वृन्दावन मे विताया- निम्बार्क आचार्य
- सुलह-ए-कुल विचारधारा, जिसके तहत किसी को भी किसी खास धर्म को मानने की बाध्यता से दूर रखा गया, किसकी है- अकबर
- असम का चैतन्य किसे कहा जाता है- शंकर देव को
- आलसियों का मूल मंत्र-अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम के रचयिता है- मलूक दास
- महात्मा गांधी के प्रिय ‘भजन-वैष्णव जन तो तेने कहिए जो पीर कराई जाने रे’ के रचयिता है- नरसी/नरसिंह मेहता
- ‘ यदि संस्कृत देवभाषा है तो क्या मेरी मातृभाषा (मराठी) दस्यु भाषा है’ यह उक्ति है- एकनाथ की
- भक्त तुकाराम कौन से मुगल सम्राट के समकालीन थे- जहांगीर के
- गुरुनानक का जन्म 1469ई. में कहां हुआ था- तलवंडी/ ननकाना
- बंगाल और उडीसा में वैष्णववाद को लोकप्रिय बनाने का श्रेय है- चैतन्य को
- शिवाजी के आध्यात्मिक गुरु थे- रामदास
- ‘दास बोध’ के रचयिता थे- रामदास
- ‘जांति-पांति पूछे नहिं कोई, हरि को भजे सो हरि का होई’ ये पंक्तियां है- रामानन्द की
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Post On 2022-05-27