विश्व के भूगोल में अफ़ग़ानिस्तान देश का एक अलग ही स्थान है| इस देश में कई ऐसी बातें है जो इस देश को अन्य देशों से अलग करती है जैसे की भाषा, रहन सहन, वेश-भूषा, संस्कृति, धर्म, व्यवसाय| आइये जानते है अफ़ग़ानिस्तान (Afghanistan) देश से जुड़े कुछ ऐसे अनोखे तथ्य तथा इतिहास से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में, जिन्हें जानकर आपका ज्ञान बढ़ेगा|
नाम | अफ़ग़ानिस्तान |
राजधानी | काबुल |
मुद्रा | अफगानी |
महाद्वीप | एशिया |
राष्ट्रपिता/संस्थापक | अहमद शाह दुर्रानी |
राष्ट्रगान | दा दा बाटोरानो कोर, (यह बहादुर का घर है) |
अफ़्ग़ानिस्तान का नाम अफगान और स्थान या (स्तान) जिसका मतलब भूमि होता है से लकर बना है जिसका शाब्दिक अर्थ है अफ़गानों की भूमि। अफ़्गान का अर्थ यहां के सबसे अधिक वसित नस्ल (पश्तून) को कहते है। मध्यकाल में कई अफ़्गान शासकों ने दिल्ली की सत्ता पर अधिकार किया या करने का प्रयत्न किया जिनमें लोदी वंश का नाम प्रमुख है। अफगानिस्तान पर सिख साम्राज्य के प्रतापी राजा दिलीप सिंह का कई वर्षों तक अधिकार रहा अफगान से मिलकर बाबर, नादिर शाह तथा अहमद शाह अब्दाली ने दिल्ली पर आक्रमण किए अफ़ग़ानिस्तान के कुछ क्षेत्र दिल्ली सल्तनत के अंग थे। उन्नीसवीं सदी में आंग्ल-अफ़ग़ान युद्धों के कारण अफ़ग़ानिस्तान का काफी हिस्सा ब्रिटिश इंडिया के अधीन हो गया जिसके बाद अफ़ग़ानिस्तान में यूरोपीय प्रभाव बढ़ता गया। 1919 में अफ़ग़ानिस्तान ने विदेशी ताकतों से स्वतंत्रता की थी।
अफ़ग़ानिस्तान चारों ओर से ज़मीन से घिरा हुआ है और इसकी सबसे बड़ी सीमा पूर्व की ओर पाकिस्तान से लगी है। इसे डूरण्ड रेखा भी कहते हैं। केन्द्रीय तथा उत्तरपूर्व की दिशा में पर्वतमालाएँ हैं जो उत्तरपूर्व में ताजिकिस्तान स्थित हिन्दूकुश पर्वतों का विस्तार हैं। अक्सर तापमान का दैनिक अन्तरण अधिक होता है। 1934 में लीग आफ नेशन का सदस्य हुआ 1945 में है संयुक्त राष्ट्र संघ में शामिल हुआ
2018 में अफगानिस्तान की जीडीपी $ 21.7 बिलियन थी, इसकी प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद $ 2,024 (पीपीपी) है। खनिज जमा में $ 1 ट्रिलियन या अधिक होने के बावजूद, यह दुनिया के सबसे कम विकसित देशों में से एक है। अफ़गानिस्तान की उबड़-खाबड़ भौतिक भूगोल और उसकी भूमि की स्थिति को उन कारणों के रूप में उद्धृत किया गया है जिनके कारण देश हमेशा आधुनिक युग में कम से कम विकसित हुआ है - एक ऐसा कारक जहां समकालीन संघर्ष और राजनीतिक अस्थिरता से प्रगति भी धीमी हो जाती है। देश 7 बिलियन डॉलर से अधिक का माल आयात करता है, लेकिन केवल 784 मिलियन डॉलर का निर्यात करता है, मुख्य रूप से फल और नट्स। बाहरी कर्ज में यह 2.8 बिलियन डॉलर है। कृषि (23%) और उद्योग (21.1%) के बाद सेवा क्षेत्र ने GDP (55.9%) में सबसे अधिक योगदान दिया।
दारी और पश्तो अफगानिस्तान की आधिकारिक भाषाएं हैं; द्विभाषावाद बहुत आम है। दारी, जो फ़ारसी (और अक्सर ईरान में कुछ अफ़गानों द्वारा फारसी कहा जाता है) की एक किस्म है और देश के उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों के साथ-साथ काबुल में भी लिंगुआ फ़्रैंक के रूप में काम करता है। पश्तो पश्तूनों की मूल जीभ है, हालांकि उनमें से कई दारी में भी धाराप्रवाह हैं जबकि कुछ गैर-पश्तून पश्तो में धाराप्रवाह हैं। अफगान राजनीति में सदियों से पश्तूनों के हावी होने के बावजूद, दारी सरकार और नौकरशाही के लिए पसंदीदा भाषा बनी रही।
China [LM] , Iran [L] , Pakistan [L] , Tajikistan [L] , Turkmenistan [L] , Uzbekistan [L] ,
अंतरराष्ट्रीय सीमा की परिभाषा: L = Land Border (भूमि सीमा)| M = Maritime Border (समुद्री सीमा)
अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी क्या है?
अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल है।
अफ़ग़ानिस्तान की मुद्रा क्या है?
अफ़ग़ानिस्तान देश की मुद्रा अफगानी है।
अफ़ग़ानिस्तान देश किस महाद्वीप का हिस्सा है?
अफ़ग़ानिस्तान देश एशिया महाद्वीप का हिस्सा है।
अफ़ग़ानिस्तान में कौन-सी भाषाएं बोली जाती हैं?
अफ़ग़ानिस्तान देश में बोली जाने वाली भाषाएं पश्तू, फ़ारसी, दारी, हज़ारगी और अन्य तुर्किक भाषाएँ हैं।
अफ़ग़ानिस्तान का राष्ट्रगान क्या है?
अफ़ग़ानिस्तान का राष्ट्रगान "दा दा बाटोरानो कोर, (यह बहादुर का घर है)" है।
अफ़ग़ानिस्तान देश के संस्थापक या राष्ट्रपिता कौन है?
अहमद शाह दुर्रानी को आधुनिक अफ़ग़ानिस्तान देश का संस्थापक / राष्ट्रपिता माना जाता है।