निशानुकुंचनी गति (Nyctinastic movement) पौधों के अंग जैसे फूल के वाह्य (बाह्य) दल तथा पत्तियाँ सूर्य के प्रकाश या सूर्य के ताप से प्रभावित होकर सीधी तनी रहती हैं या झुक जाती हैं। ऑक्सेलिस (Oxalis) के पौधे की पत्तियाँ एवं फूल दिन के समय क्षैतिज सीधे, जबकि रात में नीचे की ओर लटके होते हैं। इस प्रकार की गति की क्रिया को प्रकाशानुकुंचनी या नैश गति (photonastic or sleeping movement) कहा जाता है। क्रोकस (Crocus) व ट्यूलिपा (Tulipa) के फूल सूर्य के अधिक ताप पर खुले व सूर्य के कम ताप पर बन्ध होते हैं, इसलिए इस क्रिया को तापानुकुंचनी (thermonastic) गति कहते हैं।