अक्षीय अतिव्यापन में परमाणु कक्षक अपनी अक्षों की रेखा पर आतिव्यापन करते हैं, जिसके फलस्वरूप σ-बन्ध का निर्माण होता है। अक्षीय अतिव्यापन में दोनों नाभिकों में कोई नोडल तल नहीं होता है।

New Questions