ऑस्टवाल्ड का तनुता नियम दुर्बल विद्युत अपघट्य के वियोजन नियतांक का वियोजन की डिग्री (α) और दुर्बल विद्युत अपघट्य की सांद्रता के सम्बन्ध का वर्ण करता है। ऑस्टवाल्ड के तनुता नियम के अनुसार सान्द्रता को घटाने (तनुता बढ़ाने) पर वियोजन की डिग्री (α) का मान बढ़ता है।