ऑक्सैलिक अम्ल – एक विषैला, रंगहीन, क्रिस्टलीय ठोस, (गलनांक – 189.5°C), जल में अविलेय किन्तु ईथर में विलेय है, इसका उपयोग विरंजक के रूप में तथा रंजकों को बनाने में होता है।

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