सम-आयन प्रभाव – किसी दुर्बल विद्युत-अपघट्य के विलयन में सम-आयन उपस्थित होने पर, दुर्बल विद्युत्-अपघट्य की वियोजन साम्य पर ही लागू होता है, चूँकि प्रबल विद्युत-अपघट्य, की वियोजन की मातर् का कम हो जाना सम-आयन प्रभाव कहलाता है।

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