भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर या मयूर (पावो क्रिस्टेसस) है। यह एक बेहद खूबसूरत पक्षी है, जो अपनी आकर्षक रंगीन पंखों और नृत्य के लिए जाना जाता है। मोर मुख्य रूप से भारत और श्रीलंका में पाया जाता है। नर मोर के पंख लगभग 200 शानदार रंगों से सजे होते हैं, जिनमें नीला, हरा, सुनहरा और कांस्य शामिल हैं। ये पंख लगभग 6 फीट तक लंबे हो सकते हैं और इनका उपयोग नर मोर मादा को आकर्षित करने के लिए अपने नृत्य के दौरान करता है। मादा मोर, जिसे मोरनी कहा जाता है, नर की तुलना में कम रंगीन और छोटे पंखों वाली होती है। मोर को 1963 में भारत का राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया था। इसे राष्ट्रीय पक्षी चुनने के कई कारण थे। पहला, मोर भारतीय संस्कृति और इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह कई हिंदू देवी-देवताओं से जुड़ा हुआ है, जैसे कि भगवान कृष्ण, जो मोर के पंख को अपने मुकुट पर धारण करते हैं। दूसरा, मोर भारत में व्यापक रूप से पाया जाता है और यह आसानी से पहचाना जा सकता है। तीसरा, मोर अपनी सुंदरता और शोभा के लिए जाना जाता है, जो भारत की विविधता और समृद्धि का प्रतीक है। मोर को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत संरक्षित किया गया है, जिसके तहत इसे मारना या शिकार करना गैरकानूनी है। हालांकि, मोरों को अभी भी आवास विनाश और शिकार जैसे खतरों का सामना करना पड़ता है। मोरों के संरक्षण के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं, जैसे कि इनके आवासों की रक्षा करना और लोगों को इनके महत्व के बारे में शिक्षित करना।