• पार्श्वनाथ के समय मे ही जैन धर्म दिगम्बर एव श्वेताम्बर सम्प्रदाय मे विभक्त हो गया

  • जैन धर्म के त्रिरत्न है- सम्यक ज्ञान, सम्यक चरित्र व सम्यक विश्वास

  • जैन धर्म को ईश्वर मे पूर्ण विश्वास है

  • जैन धर्म मे तीर्थकर को सर्वाधिक महत्व दिया गया है


जैन धर्म मे तीर्थकर को सर्वाधिक महत्व दिया गया है

जैन धर्म मे पुरातन आगम ग्रथो की कितनी सख्या है?

जैन धर्म मे प्रथम सघ विच्छेद किया?

जैन धर्म मे शलाका महापुरुषो की सख्याः?

जैन धर्म मे श्लाका महापुरुषो की सख्या कितनी है?

जैन धर्म मे श्वेताम्बर नामक पथ की उत्पत्ति कहाँ हुई?

जैन धर्म मे सृष्टिकर्त्ता ईश्वर का कोई स्थान नही है | ये लोग सिद्ध पुरुषो की पूजा करते है जिन्हेः?

जैनाचार्य तथा जैन धर्म के प्रमुख नेता श्री सघभद्र ने जैन सघ मे परिवर्तन करके उसके दो भाग कर दिये जिनके नाम है?

जैव अतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 2017 मे भारतीय प्रतिनिधिमडल का नेतृत्व किसने किया है?

जैसलमेर प्रजामडल की स्थापना कब हुई?

जैसलमेर प्रजामडल की स्थापना किसने की?