दायें हाथ की हथेली का नियम नं. 1 #8211; यदि हम पने दायें हाथ की हथेली को इस प्रकार फैलाएँ कि अँगुलियाँ चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा को तथा अँगूठा धन आवेशित कण की दिशा को इंगति करं, तो कण पर लगने वाला चुम्बकीय बल हथेली के लम्बवत् बाहर की ओर दिष्ट होती है।