दायें हाथ की हथेली का नियम नं. 2 #8211; यदि हम दायें हाथ की हथेली को इस प्रकार फैलाएँ कि अगूँठा चालक में प्रवाहित धारा की दिशा में हो तथा अँगुलियाँ माध्यम के उस बिन्दु की ओर हों जिस पर हमें क्षेत्र की दिशा ज्ञात करनी है, तब चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा हथेली के लम्बवत् बाहर की ओर दिष्ट होती है।