अर्द्धचालकों के साथ बाह्य संयोजी तारों से होने वाला वामावर्त दिशा में इलेक्ट्रॉनों ता प्रवाह इलेक्ट्रॉन-धारा बनाता है। यह प्रक्रिया चालकों में धारा प्रवाह की प्रक्रिया के समान है।