पॉजिट्रॉन वह मूल कण है जिसका द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन के समान लेकिन आवेश धनात्मक है। आवेश का परिमाण इलेक्ट्रॉन के तुल्य होता है। यह इलेक्ट्रॉन का प्रतिकण है। कुछ क्षय प्रक्रियाओं के दौरान व युग्म उत्पादनों में इसका उत्पादन होता है।