नाभिकीय संलयन एक अभिक्रिया है जिसके अन्तर्गत दो या दो से अधिक छोटे-छोटे परमाणु आपस में संयुक्त होकर एक एक बड़े नाभिक का निर्माण करते है एवं नाभिकीय संलयन अभिक्रिया में ऊर्जा निष्कासित या मुक्त की जाती है।