रेडियोएक्टिव क्षय नियम की खोज सन् 1896 में हेनरी बेकरेल नामक वैज्ञानिक ने की। रेडियोएक्टिव क्षय नियम के अनुसार किसी भी क्षण रेडियोएक्टिव परमाणुओं के क्षय होने की दर उस क्षण उपस्थित परमाणुओं की संख्या के अनुक्रमानुपाती होती है। अर्थात् रेडियोएक्टिव क्षय नियम के अनुसार (-dN/dt) ∝ N या (-dN/dt) = λN जहाँ λ क्षय नियतांक है। पुनः dN/N = #8211; λdt समाकलन करने पर N = N<sub>0</sub> e<sup>-λt</sup> जहाँ N<sub>0</sub>, t = 0 पर प्रारम्भिक नाभिकों की संख्या है।