समान कार्य के लिए समान वेतन और यह आर्थिक क्षमता एवं विकास के भीतर हो
कार्य के अधिकार प्राप्त करने के लिए प्र्न्हावी व्यवस्था करना
बेरोजगार के मामले में शिक्षा एवं सार्वजनिक सहायता
कार्य कि समान स्थितियों, जीवन और उद्योगों में सहभागिता करने का न प्रयास करना