खनिज किसे कहते हैं

  Last Update - 2023-06-07

खनिज किसे कहते हैं -

  • पृथ्वी की भूपर्पटी या भूगर्भ में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्त्वों तथा यौगिकों को खनिज (Mineral) कहते है।
  • भूमि से खनन क्रिया द्वारा निकाले गये ऐसे पदार्थ जिनके निश्चित रासायनिक व भौतिक गुण हो और जो मनुष्यों के लिए उपयोगी हो, खनिज (Khanij) कहलाते हैं।

खनिज क्या है -

  • खनिज (Khanij) प्राकृतिक रूप से मिलने वाले वे पदार्थ हैं, जिनके अपनी भौतिक विशेषताएं और एक निश्चित रासायनिक संरचना होती है। जो वस्तुएँ पृथ्वी के धरातल या उसके गर्भ से खोदकर या खनन द्वारा निकाली जाती हैं, उन्हें खनिज पदार्थ कहते हैं।
  • खनिज (Mineral) वे प्राकृतिक पदार्थ हैं जो कि भू-गर्भ से खनन क्रिया द्वारा बाहर निकाले जाते हैं। खनिज प्रमुखतया प्राकृतिक एवं रासायनिक पदार्थों के संयोग से निर्मित होते हैं। इनका निर्माण अजैविक प्रक्रियाओं के द्वारा होता है। सामान्य शब्दों में, वे सभी पदार्थ जो कि खनन द्वारा प्राप्त किए जाते हैं, खनिज कहलाते हैं। जैसे - कोयला, पेट्रोलियम एवं धात्विक अयस्क।

खनिज की परिभाषा -

  • खनिज (Mineral) एक ऐसा प्राकृतिक, कार्बनिक एवं अकार्बनिक तत्त्व है, जिसमें एक क्रमबद्ध परमाणविक संरचना, निश्चित रासायनिक संरचना तथा भौतिक गुणधर्म होते हैं।
  • खनिज का निर्माण दो या दो से अधिक तत्त्वों से मिलकर होता है। लेकिन कुछ खनिज एक ही तत्त्व से निर्मित होते हैं यथा - हीरा, कार्बन, ताँबा, सल्फर, सोना, ग्रेफाइट। लेकिन अधिकतर खनिज दो तत्त्वों वाले होते हैं, जैसे - लोहा और सल्फर आदि के पाइराइट्स।
  • मिट्टी के कटाव के कारण यह खनिज पदार्थ कहीं-कहीं तो धरातल पर ही मिल जाते हैं। लेकिन अधिकांश खनिज पदार्थ बहुत गहराई में पाए जाते हैं। सभी खनिज (Mineral) अयस्क (ore) नहीं होते।

खनिज के उदाहरण - 

जैसे - सोडियम क्लोराइड, जिंक सल्फाइड, लौह सल्फाइड, कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, अभ्रक, लोहा, नमक, चूना पत्थर, सोना, चांदी, तांबा, लोहा, एल्युमिनियम, सीसा-जस्ता, क्रोमियम, जिंक, टंगस्टन, निकिल, मैंगनीज, निकिल, कोबाल्ट, मोलिब्डेनम, बोराॅन, बाॅक्साइट, वेनेडियम, क्रोमाईट, पाइराइट, निकिल, टाइटेनियम, सीसा, जस्ता, मैग्नीशियम, लेड, जिंक, काॅपर, टिन, प्लैटिनम, पैलेनियम, हीरा, पन्ना, गंधक, फाॅस्फेट, नाइट्रेट, चूना पत्थर, घीया पत्थर, बलुआ पत्थर, मुल्तानी मिट्टी, तामङा, राॅक फास्फेट, अभ्रक, जिप्सम, गारनेट, संगमरमर, ग्रेनाइट, स्लेट, फिरोज, डोलोमाइट, ऐस्बेस्ट्राॅस और पाराइटस, लवण, पोटाश, यूरेनियम और फेल्सपार, यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, इल्मेनाइट, ग्रेफाइट।

खनिज के गुणधर्म - 

खनिजों के अनेक गुणधर्म होते हैं, यथा -

  • क्रिस्टलीय रूप
  • कठोरता
  • विशिष्ट घनत्व
  • रंग
  • चमकीलापन या चमक
  • पारदर्शिता
  • रेखित
  • विमंगित एवं विदलनी संरचना ।

खनिज का महत्त्व -

  • प्राकृतिक संसाधनों में खनिज पदार्थों का महत्त्वपूर्ण स्थान है।
  • देश के आर्थिक विकास और औद्योगिक विकास में खनिज महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • वर्तमान आर्थिक एवं वैज्ञानिक युग में खनिज पदार्थों का महत्त्व बहुत अधिक है, क्योंकि जिस देश में खनिज पदार्थों का अगाध भण्डार है, वही देश आज विश्व में सबसे अधिक आर्थिक, औद्योगिक और व्यापार सम्बन्धी उन्नति कर सका है। रूस, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम, भारत, चीन, जापान, अमेरिका ऐसे ही राष्ट्र हैं, जिन्होंने अन्य देशों की अपेक्षा अधिक उन्नति की है।
  • आज का औद्योगिक अर्थतन्त्र पूर्णतः खनिज (Mineral in Hindi) आधारित है क्योंकि यन्त्रों का निर्माण, ऊर्जा और अनेक कच्चे माल खनिजों से प्राप्त होते हैं।

खनिज का अर्थ - 

  • खनिज शब्द दो शब्दों खनि+ज से मिलकर बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - खान से उत्पन्न।
  • इसका अंग्रेजी शब्द Mineral भी Mine से संबंधित है।

खनिजों का वर्गीकरण - 

खनिजों को निम्न वर्गों में बांट सकते है -

  • सिलिकेट वर्ग
  • कार्बोनेट वर्ग
  • सल्फेट वर्ग
  • हैलाइड वर्ग
  • ऑक्साइड वर्ग
  • सल्फाइड वर्ग
  • फास्फेट वर्ग।

खनिज कितने प्रकार के होते हैं - 

खनिज तीन प्रकार के होते हैं -

  • धात्विक खनिज/धातु खनिज
  • अधात्विक खनिज/अधातु खनिज
  • ऊर्जा खनिज।

धात्विक खनिज -

  • ऐसे खनिज पदार्थ जिनमें धातु का अंश विद्यमान होता है, धात्विक खनिज कहलाते हैं।
  • धात्विक खनिज को गलाते है तो धातु प्राप्त होता है।
  • यह खनिज कठोर एवं चमकीले होते है।
  • इनको पीटकर तार/पत्तर बना सकते है। इनको पीटकर इनका आकार बदल सकते है।
  • ये खनिज पीटने पर भी टूटता नहीं है।
  • ये खनिज आग्नेय व कायान्तरित चट्टानों में पाये जाते है।
  • इसमें तन्मयता का गुण पाया जाता है।
  • धात्विक खनिज विद्युत के सुचालक होते है।

धात्विक खनिज के प्रकार -

धात्विक खनिज तीन प्रकार के होते हैं -

  • लौह धात्विक खनिज
  • अलौह धात्विक खनिज
  • बहुमूल्य धात्विक खनिज

1. लौह धात्विक खनिज - जिन धात्विक खनिजों में लोहे (आयरन) का अंश अधिक पाया जाता है, उन्हें लौह खनिज कहते हैं। इनमें जंग लगता है। इनका उपयोग लोहा एवं इस्पात बनाने में किया जाता है। लौह खनिज रवेदार चट्टानों में पाये जाते हैं। लौह खनिजों में कठोरता पाई जाती है। ये खनिज प्रायः काले व स्लेटी रंग के होते है। इस खनिज में चुम्बकीय शक्ति होती है। ये विद्युत के अच्छे चालक नहीं होते। ये खनिज आसानी से प्राप्त किए जा सकते है।

जैसे - लौह-अयस्क, मैंगनीज, क्रोमियम, निकिल, कोबाल्ट, टंगस्टन, मोलिब्डेनम, बोराॅन, बाॅक्साइट वनेडियम, क्रोमाईट, पाइराइट, निकिल और टाइटेनियम आदि।

2. अलौह धात्विक खनिज - जिन धात्विक खनिजों में लोहे (आयरन) का अंश कम या बिल्कुल नहीं होता है, उन्हें अलौह खनिज कहते हैं। इनमें जंग नहीं लगता। इनमें चुम्बकीय शक्ति नहीं होती। अलौह खनिज में कठोरता नहीं पाई जाती है। अलौह खनिज कई रंगों के होते हैं। यह खनिज सभी प्रकार की चट्टानों में पाये जाते है। ये खनिज विद्युत के अच्छे चालक होते है। इन खनिजों की प्राप्ति के लिए अधिक प्रयत्न करना पङता है।

जैसे - सीसा, जस्ता, ताँबा, मैग्नीशियम, लेड, बाॅक्साइट, जिंक, एलुमिनियम काॅपर और टिन आदि।

3. बहुमूल्य धात्विक खनिज - सोना, चाँदी, प्लैटिनम, पैलेनियम।

अधात्विक खनिज -

  • ऐसे खनिज पदार्थ जिनमें धातुओं का अंश बिल्कुल नहीं पाया जाता, अधात्विक खनिज कहलाते हैं।
  • अधात्विक खनिज को गलाने पर धातु प्राप्त नहीं होता।
  • ये भंगुर प्रकृति के होते हैं।
  • इन खनिजों की अपनी चमक होती है।
  • ये पत्थर एवं मिट्टी से बनते हैं तथा ये अवसादी एवं परतदार चट्टानों में पाये जाते है।
  • इन्हें पीटकर तार नहीं बना सकते। इन्हें पीटकर इनका आकार नहीं बदल सकते।
  • इनको पीटने पर ये टूटकर चूर-चूर हो जाते हैं।
अधात्विक खनिज के प्रकार -

अधात्विक खनिज को दो भागों में बांटा जाता है -

  • कार्बनिक खनिज
  • अकार्बनिक खनिज

1. कार्बनिक खनिज - ऐसे खनिज जिनमें जीवाश्म होता है उन्हें कार्बनिक खनिज कहते हैं।

जैसे - कोयला, पेट्रोलियम।

2. अकार्बनिक खनिज - ऐसे खनिज जिनमें जीवाश्म नहीं होता है, उन्हें अकार्बनिक खनिज कहते हैं।

जैसे - अभ्रक, ग्रेफाइट।

धात्विक खनिज और अधात्विक खनिज

धात्विक खनिज के उदाहरण अधात्विक खनिज के उदाहरण
सोना हीरा
चांदी अभ्रक
तांबा कोयला
लोहा पेट्रोलियम
एल्युमिनियम नमक
सीसा-जस्ता फाॅस्फेट
क्रोमियम नाइट्रेट
जिंक चूना पत्थर
टंगस्टन घीया पत्थर
निकिल बलुआ पत्थर
मैंगनीज मुल्तानी मिट्टी
कोबाल्ट तामङा
मोलिब्डेनम राॅक फास्फेट
बोराॅन पन्ना
बाॅक्साइट जिप्सम
वनेडियम संगमरमर
क्रोमाईट ग्रेनाइट
पाइराइट डोलोमाइट
टाइटेनियम फिरोज
मैग्नीशियम ऐस्बेस्ट्राॅस
काॅपर पोटाश
प्लैटिनम यूरेनियम
लेड फेल्सपार
टिन लवण
पैलेनियम पाराइटस

ऊर्जा खनिज - 

  • जिन खनिजों के उपयोग से ऊर्जा अर्थात् शक्ति प्राप्त होती है, उन्हें ऊर्जा खनिज कहते हैं।
  • इन्हें मनुष्य सूर्य, जीवाश्म पदार्थ एवं परमाणु घटकों से प्राप्त करता है।
ऊर्जा खनिज के उदाहरण - 

जैसे - कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, इल्मेनाइट, ग्रेफाइट आदि।

ऊर्जा खनिज के प्रकार - 

ऊर्जा खनिज दो प्रकार के होते हैं -

  • ईंधन खनिज
  • अणु शक्ति खनिज

1. ईंधन खनिज - ऐसे खनिज जो ईंधन के रूप में प्रयुक्त होते है, ईंधन खनिज कहलाते हैं। ये अवसादी चट्टानों में पाये जाते है।

जैसे - कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस।

2. अणु शक्ति खनिज - ये आग्नेय चट्टानों में पाये जाते है। ये परमाणु ऊर्जा के निर्माण में सहायक होते है।

जैसे - यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, ग्रेफाइट, इल्मेनाइट।

खनिज की विशेषता - 

  • कृषि, वन, जल या अन्य प्राकृतिक संसाधनों की अपेक्षा खनिजों के निक्षेप अधिक बिखरे तथा छोटे होते हैं।
  • खनिज (Khanij in) अधिकतर भूगर्भ में ही पाये जाते हैं।
  • खनिज (Kanija) पदार्थों के भण्डार निश्चित हैं और वे अनव्यकरणीय हैं।
  • खनिजों (Khanijo) से निर्मित वस्तुएँ मजबूत और टिकाऊ होती हैं।
  • लगातार खनिजों का दोहन होते रहने से खानें अधिक गहरी होती जाती हैं।
  • खनिजों (Khanijo) का उत्पादन इनके उपयोग एवं बाजार में इनकी माँग के कम या अधिक होने के अनुसार कम या अधिक होता रहता है।

खनिज से संबंधित महत्त्वपूर्ण प्रश्न - 

1. खनिज किसे कहते है ?

उत्तर - पृथ्वी की भूपर्पटी या भूगर्भ में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्त्वों तथा यौगिकों को खनिज कहते है।

2. खनिज के कुछ उदाहरण बताइए ?

उत्तर - सोडियम क्लोराइड, जिंक सल्फाइड, लौह सल्फाइड, कोयला, पेट्रोलियम, अभ्रक, लोहा, नमक, जस्ता, चूना पत्थर।

3. खनिज शब्द का शाब्दिक अर्थ क्या है ?

उत्तर - खनिज शब्द दो शब्दों खनि+ज से मिलकर बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है - खान से उत्पन्न।

4. खनिज कितने प्रकार के होते हैं ?

उत्तर - खनिज तीन प्रकार के होते हैं - धात्विक खनिज, अधात्विक खनिज, ऊर्जा खनिज।

5. धात्विक खनिज किसे कहते हैं ?

उत्तर - ऐसे खनिज पदार्थ जिनमें धातु का अंश विद्यमान होता है, धात्विक खनिज कहलाते हैं।

6. धात्विक खनिज के कुछ उदाहरण बताइए ?

उत्तर - सोना, चांदी, तांबा, लोहा, एल्युमिनियम, सीसा-जस्ता, क्रोमियम, जिंक, टंगस्टन, निकिल, मैंगनीज, कोबाल्ट।

7. धात्विक खनिज की दो विशेषता लिखिए ?

उत्तर - (1) धात्विक खनिज को गलाने पर धातु प्राप्त होता है। (2) इनको पीटकर तार/पत्तर बना सकते है। ये खनिज पीटने पर भी टूटता नहीं है।

8. धात्विक खनिज कितने प्रकार के होते हैं ?

उत्तर - धात्विक खनिज तीन प्रकार के होते हैं - लौह धात्विक खनिज, अलौह धात्विक खनिज, बहुमूल्य धात्विक खनिज।

9. अधात्विक खनिज किसे कहते हैं ?

उत्तर - ऐसे खनिज पदार्थ जिनमें धातुओं का अंश बिल्कुल नहीं पाया जाता, अधात्विक खनिज कहलाते हैं।

10. अधात्विक खनिज के कुछ उदाहरण बताइए ?

उत्तर - हीरा, कोयला, पेट्रोलियम, नाइट्रेट चूना पत्थर, घीया पत्थर, बलुआ पत्थर, मुल्तानी मिट्टी, तामङा, राॅक फास्फेट, अभ्रक, जिप्सम, गारनेट, संगमरमर, लवण, ग्रेनाइट, डोलोमाइट, ऐस्बेस्ट्राॅस, यूरेनियम और फेल्सपार।

11. अधात्विक खनिज की दो विशेषता लिखिए ?

उत्तर - (1) इन खनिजों की अपनी चमक होती है। (2) इन्हें पीटकर तार नहीं बना सकते , क्योंकि इनको पीटने पर ये टूटकर चूर-चूर हो जाते हैं।

12. अधात्विक खनिज कितने प्रकार के होते हैं ?

उत्तर - अधात्विक खनिज दो प्रकार के होते हैं - कार्बनिक खनिज, अकार्बनिक खनिज।

13. ऊर्जा खनिज किसे कहते है ?

उत्तर - जिन खनिजों के उपयोग से ऊर्जा अर्थात् शक्ति प्राप्त होती है, उन्हें ऊर्जा खनिज कहते हैं।

14. ऊर्जा खनिज के कुछ उदाहरण बताइए ?

उत्तर - कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, यूरेनियम, थोरियम, बेरिलियम, इल्मेनाइट, ग्रेफाइट आदि।

15. ऊर्जा खनिज कितने प्रकार के होते हैं ?

उत्तर - ऊर्जा खनिज दो प्रकार के होते हैं - ईंधन खनिज, अणु शक्ति खनिज।

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