बंगाल क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक सुधार समूह/संगठन किसी एक मंच पर एकत्रित होकर व्यापक हित में माँग-पत्र सरकार के समक्ष प्रस्तुत करना चाहते थे
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अपने कार्यक्रम में सामाजिक सुधारों को नहीं रखना चाहती थी। इसीलिए प्रस्तुत उद्देश्य के लिए उसने अलग से संगठन बनाने का सुझाव दिया।
बहरामजी मालाबारी और एम. जी. रानाडे ने यह निश्चय किया कि देश के समस्त सामाजिक सुधार समूहों को एक संगठन के अंतर्गत लाया जाय।
उपर्युक्त संदर्भ में विकल्प a, b और में दिये गये वक्तव्य में कोई भी सही नहीं है