• पूर्वनियति

  • जीवन में सामाजिक और आर्थिक असमानताओं हेतु औचित्य

  • व्यक्ति के धर्म कर्म उसके जीवन की स्थिति का निर्धारण करते हैं

  • परिणाम की आशा किए बिना अपने कर्तव्य का निर्वाह करना


व्यक्ति के धर्म कर्म उसके जीवन की स्थिति का निर्धारण करते हैं