• लोकायत धर्म का

  • शैव धर्म का

  • जैन धर्म का

  • वैष्णव धर्म का


स्यादवाद का अर्थ सापेक्षतावाद होता है। यह जैन दर्शन के अंतर्गत किसी वस्तु के गुण को समझने, समझाने और अभिव्यक्त करने का सापेक्षिक सिद्धांत है। सापेक्षता अर्थात किसी अपेक्षा से। अपेक्षा के विचारों से कोई भी चीज सत्‌ भी हो सकती है और असत्‌ भी।

स्वतंत्र भारत का अंतिम गवर्नर जनरल कौन था?

स्वतंत्र भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री कोन थे?

स्वतंत्र भारत के प्रथम महाराज्यपाल कौन थे?

स्वतंत्र भारत के प्रथम म्हाराज्पाल (गवर्नर जनरल) कोन थे?

स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति किस राज्य के थे

स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान केसरी नामक समाचार पत्र किसने शुरू किया था?

स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान रबिन्द्रनाथ टैगोर ने नाइटहुड की उपाधि किस घटना के विरोध में वापस कर दी थी?

स्वतंत्रता की अमेरिकी घोषणा के लेखक कौन थे?

स्वतंत्रता के बाद रियासतों का एकीकरण में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका किसके द्वारा निभाई गई?

स्वतंत्रता के समय कांग्रेस का अध्यक्ष कौन था?