• भावना अंगों की गतिविधि के माध्यम से धारणा।

  • शास्त्रों द्वारा प्रकट ज्ञान।

  • भेदक धारणा।

  • टेलीपैथिक ज्ञान।


भावना अंगों की गतिविधि के माध्यम से धारणा।

जैन धर्म में मुख्य रूप से दो तत्व माने गए है | ये दोनों रत्व हैं?

जैन धर्म में शलाका महापुरुषों की संख्याः?

जैन धर्म में सल्लेखना से क्या तात्पर्य है?

जैन धर्म में सृष्टिकर्त्ता ईश्वर का कोई स्थान नहीं है | ये लोग सिद्ध पुरुषों की पूजा करते हैं, जिन्हेंः

जैन धर्म श्वेताम्बर एवं दिगम्बर सम्प्रदायों में कब विभाजित हुआ?

जैन धर्म श्वेताम्बर तथा दिगम्बर सम्प्रदायों में कब विभाजित हुआ था?

जैन परंपरा के अनुसार महावीर कौन से तीर्थकार थे?

जैन परंपरा के अनुसार महावीर कौन-से तीर्थकर थे?

जैन परम्परा के अनुसार जैन धर्म में कुल कितनें तीर्थकर हुए?

जैन वास्तुकला का प्राचीनतम उदाहरण कहाँ मिलता है?