• युगल शवाधान

  • फारस की मुहरें

  • बंदरगाह

  • उत्तम किस्म के जौ


लोथल , प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता के शहरों में से एक बहुत ही महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर है। लगभग 2400 ईसापूर्व पुराना यह शहर भारत के राज्य गुजरात के भाल क्षेत्र में स्थित है और इसकी खोज सन 1954 में हुई थी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इस शहर की खुदाई 13 फ़रवरी 1955 से लेकर 19 मई 1956 के मध्य की थी। लोथल में गढ़ी और नगर दोनों एक ही रक्षा प्राचीर से घिरे हैं। अन्य अवशेषों में धान (चावल), फ़ारस की मुहरों एवं घोड़ों की लघु मृण्मूर्तियों के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त अन्य अवशेषों में लोथल से प्राप्त एक मृदभांड पर एक विशेष चित्र उकेरा गया है जिस पर एक कौआ तथा एक लोमड़ी उत्कीर्ण है।

कौन-सा पशु हड़प्पा सभ्यता में नहीं पाला जाता था?

कौन-सा बृहत् मन्दिर के प्रारम्भिक अभिकल्पना तथा निर्माण सूर्यवर्मन के राज्यकाल के दौरान हुए?

कौन-सा मगध शासक वैशाली की प्रसिद्ध नृत्यांगना आम्रपाली के प्यार में पड़ गया था?

कौन-सा मुगल बादशाह रंगीला के नाम से जाना जाता है?

कौन-सा मुगल बादशाह विषम परिस्थितियों के कारण (विशेषतः मीर बख्शी नजीवद्दौला के भय के कारण) बारह वर्ष दिल्ली से दूर निर्वासित के रूप में जीवन (बिताया और फिर मराठों की सहायता से दिल्ली की राजगद्दी पर पुनस्र्थापित हुआ

कौन-सा मुगल सम्राट कुशल वीणावादक था?

कौन-सा मुगल सम्राट चित्रकारी का महान् पारखी माना जाता हैं?

कौन-सा मौर्य वंश के पतन का कारण नहीं था?

कौन-सा युग्म असत्य हैं?

कौन-सा युद्ध भारतीय इतिहास में मील का पत्थर सिद्ध हुआ?