• यवनों द्वारा दक्षिण भारत के कुछ प्रदेशों में उपनिवेश कायम करना।

  • विदेशों से अधिक माँग की जाने वाली वस्तुओं का अतिरिक्त उत्पादन करना।

  • सुरक्षित समुद्री व्यापार का होना।

  • अरब, मिस्र तथा रोम का तमिल प्रदेश से सीधा व्यापारिक मार्ग होना।


अरब, मिस्र तथा रोम का तमिल प्रदेश से सीधा व्यापारिक मार्ग होना।