• इसका संकलन सत्रहवीं शताब्दी के प्रथम दशक में हुआ था

  • इसमें कबीर, नानक जैसे निर्गुण सन्तों के पद संकलित है

  • इसमें प्रायः सगुण भक्ति के सन्तों के पद हैं

  • इसमें बाबा फरीद की उक्तियां हैं


इसमें प्रायः सगुण भक्ति के सन्तों के पद हैं