सामन्यतः शिक्षा के द्वार सभी द्विजों के लिए उन्मुक्त थे ,पर वेदों का अध्ययन मुख्यतः ब्राह्मण ही करते थे
गणित ,व्याकरण एवं छन्दशास्त्र के अतिरिक्त वेदों का अध्ययन शिक्षा के मुख्य विषय थे
आर्यों ने लेखन या लिपि प्रणाली विकसित कर ली थी
शिक्षा निःशुल्क प्रदान की जाती थी