दीर्घवृत्तीय ध्रुवण दृश्य प्रकाश को दो ऐसे समतल ध्रुवित प्रकाश में विघटित करना है जिसकी आवृत्ति समान हो, आयाम असमान व कलान्तर 90° हो।