हाइड्रोफोबिया (Hydrophobia): एक घातक रोग

हाइड्रोफोबिया, जिसे रेबीज के नाम से भी जाना जाता है, एक घातक वायरल संक्रमण है जो तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। यह रोग रेबीज वायरस के कारण होता है, जो आमतौर पर संक्रमित जानवरों की लार के माध्यम से फैलता है, जैसे कि कुत्ते, बिल्ली, बंदर, या चमगादड़।

हाइड्रोफोबिया के लक्षण

हाइड्रोफोबिया के शुरुआती लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, बेचैनी और घाव के आसपास झुनझुनी या खुजली शामिल हैं। जैसे-जैसे रोग बढ़ता है, व्यक्ति को निगलने में कठिनाई हो सकती है, खासकर तरल पदार्थ। पानी देखने या पीने से भी उन्हें डर लग सकता है, यही कारण है कि इसे हाइड्रोफोबिया कहा जाता है। अन्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • अत्यधिक लार
  • मांसपेशियों में ऐंठन
  • पक्षाघात
  • कोमा

हाइड्रोफोबिया का प्रसार

हाइड्रोफोबिया आमतौर पर संक्रमित जानवर के काटने से फैलता है। यह तब भी फैल सकता है जब संक्रमित जानवर की लार किसी व्यक्ति के खुले घाव या श्लेष्मा झिल्ली के संपर्क में आती है, जैसे कि आंख, नाक या मुंह।

हाइड्रोफोबिया का उपचार

हाइड्रोफोबिया का कोई इलाज नहीं है। एक बार लक्षण दिखने के बाद, रोग आमतौर पर घातक होता है। हालांकि, टीकाकरण हाइड्रोफोबिया को रोकने में बहुत प्रभावी है। यदि आपको किसी ऐसे जानवर ने काटा है जिसके बारे में आपको पता नहीं है कि उसे रेबीज है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण है।

हाइड्रोफोबिया की रोकथाम

  • अपने पालतू जानवरों को रेबीज का टीका लगवाएं।
  • जंगली जानवरों से दूर रहें।
  • यदि आपको किसी जानवर ने काटा है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

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