भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ (पैंथरा टाइग्रिस लिन्नायस) है। इसे 1972 में भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया गया था, इससे पहले शेर भारत का राष्ट्रीय पशु था। बाघ शक्ति, भव्यता, सतर्कता, बुद्धि और धैर्य का प्रतीक है। भारत में बाघों की आठ प्रजातियों में से रॉयल बंगाल टाइगर पाया जाता है। बाघ ज्यादातर मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, ओडिशा, असम और उत्तराखंड जैसे राज्यों में पाए जाते हैं। बाघों के संरक्षण के लिए भारत सरकार ने 1973 में 'प्रोजेक्ट टाइगर' शुरू किया, जिसका उद्देश्य बाघों की आबादी को बढ़ाना और उनके प्राकृतिक आवासों को सुरक्षित रखना था। बाघों की संख्या में गिरावट एक गंभीर चिंता का विषय थी, क्योंकि इनके शिकार और आवास विनाश के कारण इनकी संख्या तेजी से कम हो रही थी। प्रोजेक्ट टाइगर के परिणामस्वरूप, बाघों की संख्या में सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बाघ आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रहें। बाघ पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और वन पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक हैं।