क्रेसूलेशियन एसिड मेटाबोलिज्म (Crassulacean Acid Metabolism = CAM) #8211; (1) कार्बन डाई ऑक्साइड (CO<sub>2</sub>) स्थिरीकरण रात में होता है। इस प्रक्रिया को सर्वप्रथम क्रेसुलेसी (Crassulaceae)-कुल के पौधों में खोजा गया था। कार्बन डाई ऑक्साइड (CO<sub>2</sub>) स्थिरीकरण को क्रेसूलेशियन एसिड मेटाबोलिज्म कहते हैं। (2) पौधों में रन्ध्र रात में खुलते हैं क्योंकि रात में वातावरण का तापक्रम कम होता है, और कार्बन डाई ऑक्साइड (CO<sub>2</sub>) का स्थिरीकरण C<sub>4</sub> पौधों की भाँति होता है, अर्थात् CO<sub>2</sub> फॉस्फोइनॉल पाइरूविक अम्ल से क्रिया करके ऑक्सेलोएसिटीक अम्ल बनाती है, जो शीघ्र ही मैलिक अम्ल में अपचयित हो जाता है, और यह रिक्तिका रस में संचित हो जाता है। (3) दिन के समय अर्थात सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में पौधों में रन्ध्र बन्द हो जाते हैं, और मैलिक अम्ल टूटकर कार्बन डाई ऑक्साइड (CO<sub>2</sub>) मुक्त करता है। कार्बन डाई ऑक्साइड (CO<sub>2</sub>) गैस कैल्विन चक्र में प्रवेश करती है।