विखण्डन एवं पुनर्संयोजन परिकल्पना क्रिया वैज्ञानिक मुलर के अनुसार मनुष्यों में उपस्थित दोनों गुणसूत्र बिना किसी क्रॉसिंग क्रिया के विखण्डित हो जाते हैं तथा विखण्डित हुए खण्ड पुनः जुड़कर नये गुणसूत्र का निर्माण करते हैं, जबकि सेरेब्रोवस्की (Serebrovsky) नामक वैज्ञानिक के अनुसार मनुष्यों में उपस्थित अर्द्धगुणसूत्र पहले एक दूसरे को स्पर्श करते हैं और स्पर्श स्थल पर विखण्डन के पश्चात् विनिमय होता है।