अनावृतबीजी #8211; (1) अनावृतबीजी पौधों में बीज का निर्माण होता हैं परन्तु वे नग्न अवस्था में होते हैं, अर्थात् अणडाशय का पूर्ण अभाव होता है। (2) अनावृतबीजी पौधे, बहुवर्षीय, काष्टीय तथा मरूद्भिद स्वाभाव के होते हैं। अनावृतबीजी पौधों में रन्ध्र पत्ती में धँसे होते हैं। (3) पैलिओजोइक महालकल्प में अनावृतबीजी की उत्पत्ति हुई थी। (4) अनावृतबीजी पौधा बीजाणुद्भिद होता और जड़ तथा पत्तियों में विभेदित होता है।