वर्ग उभयचर (Amphibia) #8211; (1) उभयचर वर्ग के सभी जीव जल एवं भूमी दोनों स्थानों पर रहते है। उभयचर वर्ग के जीवों का रक्त ठण्डा होता है। (2) उभयचर वर्ग के जीवों की त्वचा चिकनी या खुरदरी तथा ग्रन्थियुक्त होती है। उभयचर वर्ग के जीवों की त्वचा को ग्रान्थियाँ नम रखती है। (3) उभयचर वर्ग के जीवों में श्वसन फेफड़ों, मुखग्रसनी गुहिका, त्वचा तथा क्लोम द्वारा होते हैं। (4) उभयचर वर्ग के जीवों का शरीर सिर और धड़ में विभक्त होता है। इनमें पूंछ मौजूद हो भी सकती है और नहीं भी।