हृदय की कार्यविधि #8211; (1) मनुष्यों में हृदय एक मुट्टी के आकार का होता है। मनुष्यों में हृदय चार कक्षीय अर्थात् दो निलय एवं दो अलिन्द उपस्थित होते है जो शरीर में रक्त परिवहन का कार्य करते है। (2) हृदयी चक्र (cardiac cycle) द्वारा पूरे शरीर में रक्त का परिवहन होता है। (3) प्राणियों में उपस्थित हृदय द्वारा शरीर प्रवाहित होने वाले शुद्ध एवं अशुद्ध रक्त हो पृथक् करता है। (4) हृदय द्वारा शरीर में उपस्थित रक्त में श्वसन क्रिया से प्राप्त ऑक्सीजन गैस सम्मिलित की जाती है एवं शरीर के सभी अंगों तक प्रवाहित की जाती है।

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