प्रेरणिक प्रभाव के मुख्य लक्षण – (1) प्रेरणिक प्रभाव σ-बांड में उपस्थित होता है एवं यह स्थायी प्रभाव है। (2) प्रेरणिक प्रभाव में उपस्थित अणु में एक स्थायी द्विध्रुव उत्पन्न होता है जिसमें विद्युत ऋणात्मक परमाणु ऋणात्मक आवेश धारण करता है। (3) प्रेरणिक प्रभाव क्रिया में ध्रुवता एक ही दिशा में परिवर्तित होती है। (4) प्रेरणिक प्रभाव का उपयोग परमाणुओं पर उपस्थित आवेश एवं अणु को स्थिरता बनाये रखने के लिए किया जाता है।