साम्यावस्था के मुख्य लक्षण – (1) साम्यावस्था केवल तभी प्राप्त होती है, जब उत्क्रमणीय अभिक्रिया किसी बन्द बर्तन में की जाती है। (2) साम्यावस्था में, किसी दिए गए ताप पर, अन्य गुण जैसे – दाब, सान्द्रण, घनत्व तथा रंग आदि स्थिर रहते हैं। (3) साम्यावस्था पर अग्र तथा पश्च अभिक्रियाओं का वेग बराबर होता है। (4) साम्यावस्था पर अभिकारकों तथा उत्पादों की सान्द्रताएँ स्थिर हो जाती है और समय के साथ परिवर्तित नहीं होती है।