हिन्सबर्ग विधि वैज्ञानिक हिन्सबर्ग द्वारा खोजी गई एक विधि है इस विधि में तीनों ऐमीनों के मिश्रण की C<sub>6</sub>H<sub>5</sub>SO<sub>2</sub>Cl के साथ क्रिया कराकर, NaOH विलयन मिलाते हैं। आसवन करने पर तृतीयक ऐमीन अगल हो जाते हैं और छनित्र में केवल प्राथमिक व द्वितीयक ऐमीन रहते हैं।

New Questions