ग्रसित संरूपण – जब कार्बन परमाणु के हाइड्रोजन परमाणु दूसरे कार्बन परमाणु के हाइड्रोजन परमाणुओं के इतने निकट हो जितना निकट रहने की अधिकतम् सम्भावना हो सकती है और ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे ये एक-दूसरे को ग्रसित कर रहे हैं तो इस प्रकार के संरूपण को ग्रसित संरूपण कहते हैं।