निराकरण अथवा विलोपन अभिक्रिया कार्बनिक अभिक्रिया है जिसमें एक या दो-चरण तंत्र में एक अणु से दो प्रतिस्थापन हटा दिए जाते हैं। ये अभिक्रियायें, योगात्मक अभिक्रियाओं की व्युत्क्रम होती हैं।

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