थैलिक अम्ल – एल्कोहॉल में विलेय किन्तु जल और ईथर में अल्प विलेय रंगहीन क्रिस्टलीय पदार्थ है जो 191°C पर अपघटित हो जाता है। इसका उपयोग ऐस्टरों, बेन्जोइक अम्ल रंजकों और मध्यवर्तियों को बनाने के लिए होता है।

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