d-ब्लॉक के तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n – 1)d<sup>1-10</sup> ns<sup>0-2</sup> है। यह कथन d-ब्लॉक के तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास का एक सामान्य विवरण देता है, लेकिन इसमें कुछ महत्वपूर्ण अतिरिक्त जानकारी दी जा सकती है। विस्तृत विवरण: (n-1)d<sup>1-10</sup>: यह आंतरिक d-ऑर्बिटल को दर्शाता है, जो कि बाहरीतम कोश (ns) से एक कोश अंदर स्थित होता है। 'n' मुख्य क्वांटम संख्या है। d-ऑर्बिटल में 1 से 10 इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं। इसी इलेक्ट्रॉन विन्यास के कारण, d-ब्लॉक के तत्वों में परिवर्तनशील संयोजकता (variable valency) प्रदर्शित करने की प्रवृत्ति होती है। क्योंकि इलेक्ट्रॉन d-ऑर्बिटल से अपेक्षाकृत आसानी से निकाले या जोड़े जा सकते हैं, ये तत्व एक से अधिक ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित कर सकते हैं। ns<sup>0-2</sup>: यह बाहरीतम s-ऑर्बिटल को दर्शाता है। इसमें 0 से 2 इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं। ध्यान दें कि कुछ तत्वों में, ns-ऑर्बिटल पूरी तरह से खाली (ns<sup>0</sup>) भी हो सकता है, क्योंकि इलेक्ट्रॉन (n-1)d ऑर्बिटल में चले जाते हैं ताकि एक अधिक स्थिर विन्यास प्राप्त किया जा सके (उदाहरण के लिए, क्रोमियम और कॉपर)। अपवाद: यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास में कुछ अपवाद हैं। क्रोमियम (Cr) और कॉपर (Cu) जैसे तत्व अपनी स्थिरता को अधिकतम करने के लिए एक असामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास प्रदर्शित करते हैं। क्रोमियम (Cr) का अपेक्षित विन्यास [Ar] 3d<sup>4</sup> 4s<sup>2</sup> होना चाहिए, लेकिन इसका वास्तविक विन्यास [Ar] 3d<sup>5</sup> 4s<sup>1</sup> है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अर्ध-भरे d-ऑर्बिटल (d<sup>5</sup>) पूरी तरह से भरे d-ऑर्बिटल (d<sup>4</sup>) की तुलना में अधिक स्थिर होते हैं। इसी तरह, कॉपर (Cu) का अपेक्षित विन्यास [Ar] 3d<sup>9</sup> 4s<sup>2</sup> होना चाहिए, लेकिन इसका वास्तविक विन्यास [Ar] 3d<sup>10</sup> 4s<sup>1</sup> है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पूरी तरह से भरे d-ऑर्बिटल (d<sup>10</sup>) आंशिक रूप से भरे d-ऑर्बिटल (d<sup>9</sup>) की तुलना में अधिक स्थिर होते हैं। संक्रमण तत्व (Transition Elements): d-ब्लॉक के तत्वों को संक्रमण तत्व भी कहा जाता है क्योंकि ये तत्व s-ब्लॉक और p-ब्लॉक के तत्वों के बीच एक "संक्रमण" का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन तत्वों के गुण s- और p- ब्लॉक के तत्वों के गुणों के बीच होते हैं। हालांकि, सभी d-ब्लॉक तत्वों को संक्रमण तत्व नहीं माना जाता है। जिंक (Zn), कैडमियम (Cd), और मर्करी (Hg) को संक्रमण तत्व नहीं माना जाता है क्योंकि इनके आयनों में पूरी तरह से भरे d-ऑर्बिटल होते हैं। गुण: d-ब्लॉक के तत्व कठोर, उच्च गलनांक और क्वथनांक वाले होते हैं, अच्छे विद्युत चालक होते हैं, और कई उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं। संक्षेप में, d-ब्लॉक तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास उनके गुणों को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।