केशिकात्वीय (पृष्ठ तनावी) तरंगे काफी कम तरंगदैर्ध्य की उर्मिकाएँ होती हैं जिनकी तरंगदैर्ध्य कुछ सेटीमीटर से अधिक नहीं होती तथा इनके बनने का कारण जल के पृष्ठ तनाव के कारण प्रत्यानयन बल होता है।