संचार उपग्रह अनिवार्यत: एक सूक्ष्म तरंग लिंक रिपीटर होता है। यह पृथ्वी पर स्थित स्टेशन से प्रेक्षित की गई सूक्ष्म तरंगों को ग्रहण करता है और उन्हें प्रवर्धित करके लगभग 2 गिगा हर्ट्ज की आवृत्ति पर उन्हें पृथ्वी को वापस कर देता है। यह अपलिंक तथा डाउनलिंक के बीच व्यतिकरण को रोकता है।