मादन शुद्ध अर्द्धचालक में बिना जालक दोष उत्पन्न किये अपद्रव्य मिलाने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया से अर्द्धचालक के इच्छित अभिलक्षणों में वृद्धी की जाती है।