किसी पूर्ण तरंग दिष्टकारी के लिए ट्रांसफार्मर की द्वितीयक कुंडली के मध्य में एक अंशनिष्कासी बिंदु प्रदान किया जाता है और इसीलिए एस ट्रांसफार्मर को मध्य निकासी ट्रांसफार्मर कहते हैं।