लॉरेन्ज बल की विशेष स्थितियाँ #8211; (1) यदि v = 0, तब F = 0 अर्थात् चुम्बकीय क्षेत्र में स्थिर आवेश पर कोई बल कार्य नहीं करता। (2) यदि θ = 0 तब F = 0 अर्थात् आवेश क्षेत्र के समान्तर गति करता है, तब उस पर कोई बल आरोपित नहीं होता। (3) यदि θ = 90° तब sin θ = 90° = 1 या F = q v B times; 1 = q v B अर्थात् जब आवेशित कण क्षेत्र के लम्बवत् गति करता है तब क्षेत्र द्वारा आरोपित बल अधिकतम होता है।