आवर्ती तरंग या संनादी तरंग वे तरंगे है जिनकी आवृत्तियाँ मूल आवृत्ति की गुणज है। यदि f मूल आवृत्ति है तो 2nd, 3rd, 4th, …, nth सनादी तरंग की आवृत्तियाँ क्रमशः 2f, 3f, 4f, …, nf.