रिजेक्टर एक समान्तर अनुनादी परिपथ है जिसमें एक प्रेरक तथा एक संधारित्र समान्तर क्रम में व्यवस्थित रहते हैं। इस प्रकार के परिपथ का गति क प्रतिघात कुछ विशिष्ट आवृत्तियों के लिये अत्याधिक होता है।