बैण्ड अन्तराल को ऊर्जा अन्तराल भी कहा जाता है। बैण्ड अन्तराल वह न्यूनतम ऊर्जा है जो इलेक्ट्रॉन को संयोजी बैण्ड से चालन बैण्ड में स्थानान्तरण के लिये आवश्यक होती है। अतः E<sub>g</sub> = E<sub>c</sub> #8211; E<sub>v</sub> होता है।